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Showing posts from March, 2018
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अस्मितादर्श , काही क्षण , काही आठवणी ! अस्मितादर्श कार प्राध्यापक , डॉक्टर गंगाधर पानतावणे आणि माझे दोन नंबर चे मोठे बंधू पांडुरंग डोमाजी राऊत उर्फ राऊत गुरुजी हे मारिसी कॉलेज चे वर्ग मित्र . गंगाधरजी पानतावणे पदवीत्तर शिक्षण घेऊन औरंगाबाद ला मराठी चे प्राध्यापक तर पांडुरंग राऊत पवनी ला नगरपालिका शाळेत माध्यमिक शिक्षक झाले . सामाजिक कार्य करावे ह्या विचाराने कार्य करावे या विचाराने झपाटलेल्या तरुणाचा तो काळ   होता  . गंगाधर पानतावणे मराठी चे प्राध्यापक , आंबेडकरी विचाराचे भाष्यकार , दलित साहित्याचे कैवारी म्हणून  ख्याती   प्राप्त झाले . अस्मितादर्श  नियतकालिक  चे संपादक म्हणून त्यांच्या विविध लेखनाने ते जेष्ठ साहित्यिक म्हणून एकूणच साहित्यिकाच्या  यांची  गणना    झाली , त्यांनामराठी  विश्वास  साहित्य  संमेलनच  पहिला  अध्यक्ष  हा  बहुमान  सुद्धा  मिळाला  , देहाच्या  सरकार  कडून  पदमश्री  हा  पदं  पुरस्कार  सुद्धा  मिळाला  पण    त...
वार्ना कहाका भाईचारा , कहा की शांति ! सब बेकार है ! मुस्लिम धर्म में भाईचारा है , क्रिस्टी धर्म में प्यार है , बौद्ध धर्म में शांति है , जैन धर्म में अहिंसा है , सिख धर्म में सतनाम है बहुत अच्छी बात है , और भी दूसरे संप्रदाय होंगे जो हिंदुस्तानी गैर ब्राह्मण नेटिव लोग मानते होंगे और उनमे इन धर्मो जैसी ही कोई न कोई खास खूबी होंगी। ये सभी धर्म गैर ब्राह्मण धर्म है जिस में हम समझते है वर्ण और जाती वेवस्था , ब्राह्मण पंडित ,पुजारी , होम- हवन , जनेऊ , ऊंचनीच , भेदभाव नहीं होगा जैसा की विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म में है। जो ब्राह्मण केवल ३ प्रतिशत है वे यहाँ के ९७ प्रतिशत गैर ब्राह्मण हिन्दू , उनका हिन्दू धर्म को तहसनहस कर खुद को हिन्दू घोषित कर बैठा है और दूसरे धर्म जैसे मुस्लिम , सिख , जैन , क्रिस्चियन , बौद्ध इनको भी प्रभावित कर ऊंचनीच , भेदभाव , जातिवर्ण के चपेट में ले चूका है , अब ये धर्म भी विदेशी ब्राह्मण धर्म के सामने हथ्बल हो चुके है , इनकी ताकत विदेशी ब्राह्मण बहुत पहले ही ख़त्म कर चुके है , बौद्ध , जैन , सिख धर्म अदा से २ प्रतिशत तक सिमट गए है यही हल क्रिस्चियन धर्म का...
Hindus worship Native Raja Ram and Shivaji Maharaj because they killed Videshi Demon Brahmins Shivaji Maharaj killed Krishna Kulkarni and Raja Ram killed Ravan both demon Brahmins. Hindu Religion people worship them because they killed demon Brahmins. Hindus never liked Brahmin Religion people and never believed that Brahmin Religion people can be good friends. Brahmins insulted their friend Jyotiba Phule and Rajarshi Shahu Maharaj who was their employer and king. Native Raja Ram was so popular after killing Brahmin Religion person demon Ravan that he was called as God by Hindu Religion native people. To down grade his image in the eyes of Native people Brahmins falsely inserted a story of Shambhuka killing . It is similar to insertion of story in Shivaji's life that Ramdas was his guru although it is proved now that Shivaji never met Ramdas in his life and never took any Brahmin person as his guru. Hindus worship these great peopl...
नेटिव अनुशासन : अनुशासन 1: जो जय हिन्द कहेगा , जो नमस्कार करेगा ऐसे ही गैर ब्राह्मण लोगो को हम नेटिव रूल मूवमेंट में नेटिविस्ट के नाते लेते है। अनुशासन 1 अनुशासन 2: जो नेटिविज़्म को अपना गुरु और नेटिव हिंदुत्व को अपना मार्गदर्शन मनता है ऐसे गैर ब्राह्मण जो खुद को नेटिविस्ट कहे ! अनुशासन 2 अनुशासन 3: नेटिविस्ट अपने नाम के आगे Mr/ Mrs/ Shri /Smt / Ku / Dr./ Prof. Adv. etc के जगह Nv. लिखे ये नेटिविस्ट का शार्टफॉर्म है। अनुशासन 3 अनुशासन 4: ३ टक्का विदेशी ब्राह्मण छोड़कर बाकी जो ९७ टक्का लोग है वे सभी नेटिव है चाहे जिस धर्म के हो, हम सब एक है नेटिव है ! अनुशासन ४ अनुशासन 5: नेटिव लोग अपने अपने धर्म के साथ साथ सत्य हिन्दू धर्मी धर्मात्मा कबीर के वचनो को सम्मान दे शिलोका पालन करे ! अनुशासन 5 अनुशासन 6: इन वचनो का प्रचार करे : हिन्दू वोही, जो ब्राह्मण नहीं! हिन्दू धर्म और ब्राह्मण धर्म अलग अलग है! जनेऊ छोडो, भारत जोड़ो! अनुशासन 6 अनुशासन 7: इन वचनो का प्रचार करे : हिन्दू धर्म : बीजक और हिन्दू कोड बिल विरुद्ध ब्राह्मण धर्म : वेद और भेद, मनुस्मृति ! अनुशासन 7 अनुशासन 8: तीर का ल...
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आज सत्य हिंदू धर्मी छत्रपती संभाजी महाराज यांची पुण्यतिथी , शाहिद दिवस आहे , या हिंदवी शूरवीराला आमचे शत शत नमन ! विदेशी मुस्लिम विरोधी राज्यकर्ते आणि विदेशी ब्राह्मण अश्या दुहेरी दुश्मनांना सत्य हिंदू धर्मी छत्रपती संभाजी राजे भोसले याना तोंड द्यावे लागले . १४ मे १६५७ ला पुरन्दर किल्ल्यावर जन्मलेले संभाजी आई विना आपली आजी जिजामाता यांचे छत्र छायेत मोठे झाले , ९ वर्ष वय असताना त्यांनी शिवाजी महाराज बरोबर मुगल बादशहा औरंगजेब याच्या आग्रा केला येते तुरुंगवास भोगला व तिथून सुटका झाल्या नंतर आपले वडील शिवजी चे जवळून अवलोकन केले व राजधर्म जाणला . १७ वर्ष्याच्या संभाजी ने छत्रपती शिवाजी महाराजांचा गांगा भट नामक काशी च्या ब्राह्मीना कडून कसा राज्याभिषेक झाला आणि कशी लूटमार विदेशी ब्राह्मीनांनी केली कसा अपमान केला हे जवळून बघितले . नंतर ब्राह्मण धर्म , वेद , वर्ण , जाती , ब्राह्मण , जनयु नाकारून एका गोसाव्या कडून शिवाजी महाराजानी करून घेतलेला दुसरा सत्य हिंदू धर्मी राज्याभिषेक सुद्धा बघितला तेव्हाच त्यांनी सत्य हिंदू धर्म व त्यांच्या राज्य कारभाराला पुढे विदेशी मोंगल वैरी ...
On Eve of International Women's Day we salute Queen of Hindo ( Hindustan ) Hindimba On Eve of International Women's Day we salute Queen of Hindo ( Hindustan ) Hindimba , the courageous Aadiwashi women of ancient Hindustan who ruled forest Kingdom after her brother Hindumb was killed by Bhim in dual fight over her love for Bhim . Hindimba the young princes , who was married to Bhim later after consent of Kunti mother of Pandavas . At this movement even the first of Five Pandwas , the eldest Yudhisthir was even unmarried , even before Dropadi . As such she was the first Daughter in Law of Kunti , Bhima and Hindimba had a warrior son Ghatotkach who saved Arjuna from the deadliest strike and died himself saving Arjun . Had he been alive , he must have become Ruler of Whole Ancient Hindustan . Hindimba , Hindinbi were Adiwashi Nagvanshi like Kunti and therefore Kunti immediately consented to Bhim - Hindimba marriage as both were Native . In Mahabharata there is ment...